हफ्ता ए वहदत
इत्तेहाद से हमारी मुराद क्या है ?
मैं दुनिया के सभी मुसलमानो को इस हकीक़त को समजाने की अपील करता हु। हम कतअन ये नहीं कह रहे है की उम्मत ए मुसलेमा के इत्तेहाद के ज़रिये एक मुसलमान फिरका दुसरे मुसलमान फिरके के अकीदो को कबुल करे। नहीं, इत्तेहाद से हमारा मतलब ऐसा बिलकुल नहीं है। इत्तेहाद बय्नुल मुस्लेमीन यानी मुसलमानो के मुख्तलिफ फिरके अपने अन्दर पायी जाने वाले समान (कोमन) अकीदो के ज़रिये मुत्तहिद हो। और अपने अन्दर पायी जाने वाले मुखालिफ अकीदो को मुसलमानों के बिच दुश्मनी और जंग की वजाह न बनाए। हमारा इत्तेहाद से मतलब यही है ।
- रहबरे मोअज्ज़म अयातुल्लाह सैयद अली खामेनाइ (ह.अ.)
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